Movie Review – Adipurush ( आदिपुरुष )
Star Cast – Prabhas, Saif Ali Khan, Kriti Sanon, Sunny Singh, Devdatta Nage, Vatsal Sheth, Sonal Chauhan, Siddhant Karnick, Tejaswini Pandit,
Directore – Om Raut
Movie Type – epic mythological action film
Rating – 1.5 / 5



आदिपुरुष आखिरकार बड़े पर्दे पर आ चुकी है, यह फिल्म रामायण पर आधारित है व प्रभु राम के जीवन को दर्शाती है। आदिपुरुष शुरू से ही विवादो मे घिरी चली आ रही है। लोगो ने इसके VFX और फिल्म निर्माण को लेकर आलोचनाए की थी इसके लिए फिल्म की रिलीज डेट बढ़ा दी गई थी। आदिपुरुष फिल्म कई संकटों के बाद 16 जून 2023 को सिनेमाघरो मे आ चुकी है चलिए एक नजर डालते है फिल्म समीक्षा (movie review) पर
Story
फिल्म की कहानी वाल्मीकी रामायण पर आधारित है जिसमे श्रीराम के जीवन को दर्शाया गया है। हालाकी कहानी को कई जगह से तोड़ा-मरोड़ा गया है। फिल्म की शुरुआत होती है राम सिया राम बैकग्राउंड गाने से जिसमे राम विवाह और कैसे उन्हे वनवास मिला दिखाया जाता है। राघव (प्रभास) अपनी पत्नी जानकी (कृति सेनन) और भाई शेष (सनी सिंह) के साथ वनवास काट रहे हैं। सूर्णपखा राघव को देखकर मोहित हो जाती है पर राघव उसका निवेदन ठुकरा देते है जिससे वह जानकी को मारने की कोशिस करती ही जिसके कारण शेष (लक्ष्मण) उसकी नाक काट देता है। आंगे रावण शिव आराधना मे बैठा है सूर्णपखा कटी हुई नाक लेकर रावण के पास पहुचती है और विलाप करती है और जानकी की खूबसूरती के बारे मे बताती है। जानकी को स्वर्णमृग दिखाई देता है वो उसे अपने साथ ले जाने को कहती है, राघव स्वर्णमृग का पीछा करते है तो उन्हे पता चलता है कि राक्षस है, स्वर्णमृग बार-बार शेष व जानकी का नाम पुकारता है और राघव उसे मार देते है। स्वर्णमृग की आवाज सुनकर जानकी शेष को भेजती है। रावण अपना भेष बदलकर जानकी के पास आता है व उसे अपनी बातों मे बहलाकर बाहर बुलाता है और अपने साथ ले जाता है। इसके बाद जटायु का जानकी को बचाने जाना, राघव का अनुमान से मिलना व सेना तैयार करके रावण से लड़ना जैसे दृश्य शामिल है।
Directore
फिल्म का डायरेक्शन किया है ओम राऊत ने, आदिपुरुष के आलावा उन्होने तीन और फिल्मे भी निर्देशित की है। ओम राऊत रामायण को आधुनिक तरीके से दिखाना चाहते थे, जिसके चक्कर मे उन्होने कहानी को कई जगहो से तोड़-मरोड़ कर पेश किया है जो इसकी कहानी को फीका कर देते है। फिल्म का डायरेक्शन काफी बचकाना लगता है इसमे कई कमियाँ देखने को मिलती है। बजरंग का डायलॉग ‘तेरी बाप की जलेगी’ फिल्म और इसके किरदार पर गलत असर डालते है। आप चाहकर भी इन किरदारो से जुड़ नही पाते है, फिल्मे के कई दृश्यों मे नकलीपन साफ झलकती है।
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Acting
प्रभास का अभिनय राघव के रूप मे सराहनीय है लेकिन उन्हे और भी अच्छे डायलॉग मिलने चाहिए थे, ‘जानकी में मेरे प्राण बसते हैं और मर्यादा मुझे अपने प्राणों से भी प्यारी है’ जैसे डायलॉग और भी होने चाहिए थे। कृति सेनन का भी काम अच्छा है उनकी मेहनत झलकती है। सनी सिंह कही ना कही लक्षमन के किरदार मे फिट नही बैठते उनमे वो तेजी दिखाई नही देती। बजरंग के रूप मे देवदत्त ने अच्छा काम किया है हालाकी उनके किरदार के साथ अन्याय हुआ है क्योकि बजरंग के लिए अच्छे डायलॉग नही लिखे गए थे। सैफअली खान इस इंडस्ट्री मे काफी पुराने है, उनका अभिनय दमदार है। रावण के रूप मे वे परफेक्ट रहे है।
Music
फिल्म को म्यूसिक दिया है संचित-अंकित बल्हारा व अजय-अतुल ने। संचित-अंकित बल्हारा का बैकग्राउंड संगीत मजेदार है, मगर अजय-अतुल के गाने ‘जय सियाराम राजाराम’ और ‘तू है शीतल धारा’ अच्छे है।
हाँ / नही
अगर आप एक राम भक्त है तो फिल्म आपको निराश करेगी, लेकिन अगर प्रभास के बड़े वाले फैन है तो एक बार बड़े पर्दे मे देख सकते है। फिल्म मे कई खामिया है, रामायण को नए अंदाज मे देखना चाहते है तो देख सकते है।