खुशियों का हार्मोन कैसे एक्टिव करें (How to activate the hormone of happiness)

हम सभी चाहते है की जीवन मे हमेशा खुशियाँ छाई रहे और गमों का पता भी ना चले। लेकिन क्या आप जानते है हमारे खुशी या दुखो के लिए मस्तिस्क के हार्मोन उत्तरदायी होते है। हार्मोन के कम या ज्यादा होने पर हमारे मन मे इसका असर साफ दिखाई देता है, इसके कारण ही हमारे मन मे सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव होते हैं। आप इन हार्मोन को कंट्रोल करके मनचाहा इमोशन पा सकते है और खुशियों की चाभी को हाथ मे थाम सकते है। वो कैसे चलिए जानते है। 

आनंद महसूस कराने के लिए मुख्य रूप से पाँच हार्मोन (hormone) जिम्मेदार होते है। चलिए जानते है इनके बारे मे – 

एंडोर्फिन (Endorphins) 

इंडोर्फिन को नेचुरल पैन किलर (Natural pain killer) कहा जाता है। यह एक प्रकार का न्यूरोट्रान्समीटर है जो अच्छा महसूस करता है इसलिए इसे फील गुड हार्मोन (feel good hormone) भी कहते है। अगर एक साधारण व्यक्ती का इंडोर्फिन लेवल ज्यादा है तो उसे खुशी का एहसास होगा। लेकिन अगर यह लेवल कम है तो सब ठीक होते हुए भी दुख का अनुभव होगा। व्यक्ती धीरे-धीरे इंडोर्फिन की कमी के कारण स्ट्रेस 

क्या करे – एंडोर्फिन को बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर कसरत करे, व्यायाम एंडोर्फिन को बूस्ट करने मे मदद करता है। इसलिए अक्सर नियमित व्यायाम करने वाले लोगो को दूसरों के मुकाबले आप खुस पाएंगे। इसके अलावा अच्छे गाने सुने पर गाने दुखभरे नही होने चाहिए, लोगो की मदद करे जितना आपसे हो सके।  

ओक्सीटोसिन (Oxytocin)

ओक्सीटोसिन को लव हार्मोन भी कहा जाता है। जब दो प्रेमी जोड़े एक दूसरे को गले लगाते हाई या किस करते है तो यह हार्मोन उन्हे आनंद की अनुभूती करता है। जिससे दोनों के बीच प्यार और भी गहरा होने लगता है। महिलाओ के शरीर मे ऑक्सीटोनिन की मात्रा ज्यादा होती है और जब वे बच्चे को जन्म देती है तो इस हार्मोन का स्त्राव तेजी से होता इसलिए वे अपने बच्चे के लिए मातृत्व की भावना उतपन्न करती है। और जब वे बच्चे को दूध पिलाती है तब भी इस हार्मोन का स्त्राव बच्चे के प्रती प्यार कई गुना बढ़ा देता है। 

क्या करें – अपने साथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करें उसे गले लगाए अगर सिंगल है तो पालतू जानवर पाल लें। पालतू जानवर के साथ खेलना आपका ओक्सीटोसिन लेवल बढ़  देगा। अगर पालतू जानवर भी नही पाल सकते तो अपने शौक को समय दे, आपको जो भी पसंद हो वो करें। कहते है की जब आप प्यार की गहराइयों मे अंदर तक डूब के गोता लगाते है जब ओक्सीटोसिन का स्त्राव अपनेव चरम लेवल पर होता है। 

डोपामाइन (Dopamine) 

डोपामाइन एक न्यूरोट्रान्समीटर है जिसे आम तौर पर मोटिवेशन हार्मोन या कैमिकल ऑफ रिवार्ड हार्मोन कहा जाता है, क्योकी जब आप अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धरित करते है और लक्ष्य के पूरा हो जाने पर डोपामाइन आपको खुशी, प्लेजर का अनुभव कराता है। आपका कोई भी लक्ष्य हो उसका मिलने के बाद सुखद अनुभव यादगार होता है। डोपामाइन एक नशे की तरह भी काम कर सकता है क्योकि इस प्लेजर के लिए आप बार-बार कोशिस करते है। 

क्या करे – डोपामाइन को बढ़ाने के लिए अच्छा हेल्दी खाना खाए और छोटे-छोटे लक्ष्य बनाए जो पूरा होने पर आपको खुशी देंगे। डोपामाइन की अधिकता आपको भ्रम जैसी स्थिती मे डाल सकता है। बॉडी मसाज भी डोपामाइन को बढ़ा सकता है और प्लेजर पा सकते है।  

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सेरोटोनिन (Serotonin)

सेरोटोनिन भी एक न्यूरोट्रान्समीटर है जिसे आप हैप्पीनेस हार्मोन के नाम से जानते है। सेरोटोनिन की वजह से हमे खुशी का एहसास होता है व हम अच्छा महसूस करते है। लेकिन इसके उलट अगर सेरोनिन का लेवल कम होगा तो व्यक्ती डिप्रेशन का शिकार हो जाएगा उसे किसी भी चीज मे खुशी नही दिखेगी, मन हमेशा उदास रहेगा। जिन लोगो को गुस्सा बहोत अधिक आता है उनमे सेरोटोनिन की कमी होती है। सेरोटोनिन का लेवल आपके मस्तिस्क मे बेहतर है तो आपकी याददस्त तगड़ी हो जाएगी और भूख भी बार-बार नही सताएगी। 

क्या करे – अच्छी नींद लें क्योकी नींद सेरोटोनिन लेवल को प्रभावित करता है। रोजाना कसरत करें, कसरत से सेरोटोनिन का लेवल बढ्ने लगता है, आपको अच्छी नींद आती है और बेहतर महसूस होता है। जरूरत के हिसाब से सूर्य की किरने लेना भी सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाने मे मदद कर सकता है। 

एंकेफ्लीन (enkephalins)

एंकेफ्लीन हार्मोन हमारे शरीर के एमोशनल बिहेवियर के लिए जिम्मेदार होता है। हमारे भावनात्मक, याददस्त, सीखना जैसी चीजों को नियंत्रित करता है। 

क्या करें- प्रतिदिन एक वॉक पर जाए और कुछ समय निकालकर नंगे पैर घाँस मे घूमे, मेडिटेशन भी फायदेमंद होगा। शरीर को एक्टिव रखे जिसके लिए आप डांस कर सकते है। संतुलित आहार लें। डार्क चॉकलेट खाए ये खुशी देने वाले हार्मोन के लिए बूस्टर की तरह काम करता है। 

ऊपर दिए ये हार्मोन हमे खुश रखने के लिए जरूरी है। ये लोगो की जींदगी को बेहतर बनाने, रोजमर्रा की थकान को दूर करके सकारात्मकता भर सकते है। एक सकारात्म सोच आपको जीवन मे ऊपर उठाने के लिए काफी है। 

खुशियों का हार्मोन कैसे एक्टिव करें (How to activate the hormone of happiness) लेख पढ़कर आपको कैसा लगा हमे comment के जरिए जरूर बताए। ITS NEW THINK को अपने दोस्तो के साथ Share करे ताकी ऐसे ही महत्वपूर्ण जानकारी सभी तक पहुच सके। 

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